रोज़ा के फ़ज़ाइल व मसाईल
*🇮🇳"सिराते मुस्तक़ीम* *आओ इल्म आम करें* *🍨इफ़्तार की दुआ इफ्तार के बाद पढ़नी चाहिए🍉* *📖मसअला::-* रोज़ा इफ़्तार करने की दुआ इफ़्तार करने के बाद पढ़े कि यही सुन्नते रसूले करीम है । अगर किसी ने पहले ही पढ़ ली तो सुन्नत पर अमल न होगा और वह सवाब नहीं मिलेगा जो सुन्नत पर अमल करने का है । 🌸हज़रत मआज़ बिन ज़ोहरा रज़ियल्लाहो अन्हो बयान करते हैं कि जब रसूलुल्लाह सल्लल्लाहो तआला अलैहि वसल्लम इफ़्तार कर लेते तो यह दुआ फ़रमाते *अल्लाहुम्मालकासुम्तुव अला रिज़्क़िका अफ़तरतु* *(📚 मिश्कात सफ़ह,175 )* 📜इस हदीस के तहत हज़रत मुल्ला अली क़ारी रहमतुल्लाहे अलैह फ़रमाते हैं कि इब्ने मलिक ने कहा कि आप सल्लल्लाहो तआला अलैहि वसल्लम यह दुआ इफ़्तार के बाद पढ़ते । हज़रत अब्दुल्लाह इब्ने अब्बास रज़ियल्लाहो तआला अनहुमा बयान करते हैं कि रसूलुल्लाह सल्लल्लाहो तआला अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया : मुझे रोज़े में जल्दी इफ़्तार करने और सेहरी में ताख़ीर का हुक्म दिया गया है । *(📚 सुनने कुबरा जिल्द 4 सफ़ह,238 )* 🌰हज़रत सुलैमान बिन आमिर रज़ियल्लाहो तआला अन्हो बयान करते हैं कि रसूलुल्लाह सल्लल्लाहो तआला अ...
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