नमाज़े ईद के मुताल्लिक.।

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*🚨Note:-अक्सर देखने मे आता है कुछ लोगो को ईद की नमाज़ का तरीका मालुम ही नही होता है..!*
*ईमाम साहब जब ईद की नमाज़ के पहले तकरीर मे नमाज़ का तरीका व नियत वगैरह बयान करते है फिर भी लोग आजु-बाजु या आगे-पिछे के लोगो को देखकर नमाज़ अदा करते है..!*

*वो लोग निचे की पोस्ट गौर से पढ़े जिसमे ईद की नमाज़ का तरीका बयान किया गया है..! ताकी ईदगाह मे उनकी नमाज़ सही तरीके से अदा हो सके..और दुसरो देखकर पढ़ने के बजाए अपनी नमाज़ आसानी से पुरी कर सके..!👇🏿👇🏿👇🏿*

*👉🏿Point:- और दुसरो को भी पोस्ट शेयर करे ताकी सभी सही तरीके से नमाज़ अदा करे.. शेयर करें और सवाब हासील करे.!*

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*▶ Topic:- ईद के मुताल्लिक़ ज़रूरी मसाइल.!🎤*

🥀 ईदैन की नमाज़ वाजिब है मगर सब पर नहीं बल्कि उन्हीं पर जिन पर जुमा वाजिब है और इसकी अदा की वही शर्तें हैं जो जुमे के लिए हैं।
जुमे और ईदैन में एक फ़र्क़ यह है कि जुमे में ख़ुतबा शर्त है और ईदैन में सुन्नत अगर जुमे में ख़ुतबा न पढ़ा तो जुमा न हुआ और इसमें न पढ़ा तो नमाज़ हो गई मगर बुरा किया।
दूसरा फ़र्क़ यह है कि जुमे का ख़ुतबा नमाज़ से पहले है और ईदैन का नमाज़ के बाद अगर पहले पढ़ लिया तो बुरा किया मगर नमाज़ हो गई लौटाई नहीं जायेगी और ख़ुतबे को भी नहीं दोहराया जाएगा।
ईदैन में न अज़ान है न इक़ामत सिर्फ़ दो बार इतना कहने की इजाज़त है ‘अस़्स़लातुजामिअह’।
बिना वजह के ईद की नमाज़ छोड़ना गुमराही व बिदअत है। गांव मे ईद की नमाज़ मकरुहे तहरीमी है.!
*📚कानुने शरीयत..✍🏽*

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*🌙 नमाज़े ईद का तरीक़ा*

*🥇पहले ऐसे नीयत करें–* "नीयत कि मैने दो रकअत नमाज़ ईदुल फ़ित्र वाजिब की जाएद छ: तकबीरों के साथ, सना वास्ते अल्लाह तआला के, पिछे इस ईमाम के, मुंह मेरा काबा शरीफ के तरफ" कहकर कानों की लव तक हाथ उठाए  और ‘अल्लाहु अकबर’ कह कर हाथ बांध ले।

फिर सना पढ़े। फिर तीन तकबीरे इस तरह कहे – कानों तक हाथ उठाए और ‘अल्लाहु अकबर’ कहता हुआ हाथ छोड़ दे , फिर हाथ उठाए और ‘अल्लाहु अकबर’ कहकर हाथ छोड़ दे , फिर हाथ उठाए और ‘अल्लाहु अकबर’ कहकर हाथ बांध ले यानी पहली तकबीर में हाथ बांधे उसके बाद दो तकबीरों में हाथ लटकाए फिर चौथी तकबीर में बांध ले (इसको यूँ याद रखें कि जहाँ तकबीर के बाद कुछ पढ़ना है वहाँ हाथ बांध लिये जायें और जहाँ पढ़ना नहीं वहाँ हाथ छोड़ दिये जायें)।

फिर इमाम किरत करेगा.!
फिर रुकू करें। फिर सजदा करके दुसरी रकअत के लिये खड़े हो.. दूसरी रकअत में पहले सूरह फ़ातिहा और दूसरी सूरह पढ़ी जायेगी। फिर तीन बार इस तरह करें कि कान तक हाथ ले जा कर ‘अल्लाहु अकबर’ कहे और हाथ न बांधे और चौथी बार बग़ैर हाथ उठाए ‘अल्लाहु अकबर’ कहता हुआ रुकू में जायें और बाक़ी नमाज़ पूरी करें।

✨ इस से मालूम हो गया कि ईदैन में ज़ाइद तकबीरें छह हुईं तीन पहली में क़िरात से पहले और तकबीरे तहरीमा के बाद और तीन दूसरी में क़िरात के बाद और तकबीरे रुकू से पहले और इन सभी छः तकबीरों में हाथ उठाए जायेंगे.!

🎤नमाज़ के बाद इमाम दो ख़ुतबे पढ़ेंगे इनको ख़ामोशी बैठकर सुनें।
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