पतंग उड़ाने, पेच लड़ाने, पतंग और डोर लूटने और बेचने का शरई हुक्म​*

*🇮🇳"सिराते मुस्तक़ीम"*

*🔥पतंग उड़ाना हराम है❌*

*🪁पतंग उड़ाने, पेच लड़ाने, पतंग और डोर लूटने और बेचने का शरई हुक्म​*

  
     💫बसन्त मेले में पतंग और डोर बेचने, खरीदने, उड़ाने पेच लड़ाने और कटी हुई पतंग लूटने को बुनयादी हैसियत हासिल होती है, यक़ीनन ये काम अल्लाह व रसूल ﷺ को खुश करने वाला नही है।_
*(📚फतावा रज़विय्या 24/660 पर है )*

 _🪁पतंग लूटना हराम, और खुद आ कर गिर जाए तो उसे फाड़ डाले, और अगर मालुम न हो कि किस की है तो डोर किसी मिस्कीन को दे दे कि वो किसी जाइज़ काम में सर्फ कर ले, और खुद मिस्कीन हो तो अपने सर्फ (इस्तिमाल) में लाए, फिर जब मालुम हो कि फूलां मुस्लिम की है और वो इस तसद्दुक या इस मिस्कीन के अपने सर्फ पर राज़ी न हो तो देनी आएगी और पतंग का मुआवज़ा बहर हाल कुछ नहीं। पतंग उड़ाना मना है और लड़ाना गुनाह। पतंग उड़ाने में वक़्त और माल का ज़ाए करना होता है, ये भी गुनाह है और गुनाह के आलात पतंग डोर बेचना भी मना है।_
*​(📚फतावा रज़विय्या​*
*​बसन्त मेला​ 3)*

Comments

Popular posts from this blog

शॉर्ट स्टेटस दीनी msg

रोज़ा के फ़ज़ाइल व मसाईल

करामात ए ग़ौसे आज़म