कुछ अहम अमल की फज़ीलत
*“एक अहम अमल की फ़ज़ीलत”*
*🇮🇳सिराते मुस्तक़ीम*
*📜हदीस मुबारक-::* “रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम”ने फरमाया, जब कुछ लोग जमा हों और उन में से कोई एक दुआ करे और दूसरे आमिन कहें तो अल्लाह तआला उन की दुआ कुबूल फरमाता है!
*📚(हाकिम, ५४७८)*
::-::-::-::-::-::-::-::-::-::-::-::-
*💎अनमोल मोती💎*
*📜हदीसशरीफ::-* “रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम” ने फरमाया, हम दुनिया मे सबसे आखिर में आयें हैं, लेकिन कल हश्र(यानी आखिरत मे जब सब को जमा किया जाएगा) तो हम सबसे पहले जिंदा किये जाएंगे !
*📚(बुखारी शरीफ ८७६, अन अबी हुरैरह रजियल्लाहु अनहु)*
______________________
*🇮🇳सिराते मुस्तक़ीम*
_द-इस्लामिक ग्रुप_
*“एक अहम अमल की फ़ज़ीलत”*
*📜हदीस मुबारक-::* “रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम”ने फरमाया,
तीन आदमी की अल्लाह तआला ने जमानत ले रखी है, अगर वह जिन्दा रहें तो बकद्रे जरूरत रोज़ी मिलती है और अगर वफ़ात पा जायें तो अल्लाह तआला जन्नत में दाखिल फरमाता है ! (एक वह) जो घर में दाखिल होते वक़्त सलाम करे तो अल्लाह ताला उसका ज़ामिन है ! (दूसरा वह) जो मस्जिद गया, अल्लाह तआला उसका ज़ामिन है !(तीसरा वह) राहे खुदा में निकलने वाले का अल्लाह तआला ज़ामिन है !
*📚(सही इब्ने हिब्बान, सफ़ा ५००, अन अबी उमामा रजियल्लाहु अन्हु)*
_____________________
*🇮🇳सिराते मुस्तक़ीम*
_द-इस्लामिक ग्रुप_
*_तिब्बे नब्वी से इलाज_*
*🦂बिच्छू के ज़हर का इलाज🩺*
👑हजरत अली रजियल्लाहु अन्हु फर्माते हैं, एक रात रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम नमाज पढ़ रहे थे, के नमाज़ के दौरान एक बिच्छु ने आपको डंक मार दिया ! रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम ने उसको मार डाला। जब नमाज से फारिग हुए तो
फरमाया: अल्लाह बिच्छू पर लानत करे, यह न नमाजी को छोड़ता है और न गैरे नमाजी को ! फिर पानी और नमक मंगवा कर एक बर्तन में डाला और जिस उंगली पर बिच्छू ने डंक मारा था, उस पर पानी डालते और मलते रहे और “सुर-ए-फलक” व “सुर-ए-नास” पढ़ कर उस जगह पर दम करते रहे !
*📚[बैहकी फी शोअबिल ईमान : २४७१]*
*°==°==°==°==°==°==°==°==°==°==°==°==°*
*"नबी सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम की नसीहत"*
📜रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम ने फर्माया::- तवाजो इख़्तेयार करो, कोई शख्स दूसरे के सामने फ़ख़्र न करे और न एक दूसरे पर जियादती करे !
*📚[मुस्लिम शरीफ, सफ़ा ७२१०, अन अयाज]*
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*🇮🇳सिराते मुस्तक़ीम*
*📜हदीस मुबारक-::* “रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम”ने फरमाया, जब कुछ लोग जमा हों और उन में से कोई एक दुआ करे और दूसरे आमिन कहें तो अल्लाह तआला उन की दुआ कुबूल फरमाता है!
*📚(हाकिम, ५४७८)*
::-::-::-::-::-::-::-::-::-::-::-::-
*💎अनमोल मोती💎*
*📜हदीसशरीफ::-* “रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम” ने फरमाया, हम दुनिया मे सबसे आखिर में आयें हैं, लेकिन कल हश्र(यानी आखिरत मे जब सब को जमा किया जाएगा) तो हम सबसे पहले जिंदा किये जाएंगे !
*📚(बुखारी शरीफ ८७६, अन अबी हुरैरह रजियल्लाहु अनहु)*
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*🇮🇳सिराते मुस्तक़ीम*
_द-इस्लामिक ग्रुप_
*“एक अहम अमल की फ़ज़ीलत”*
*📜हदीस मुबारक-::* “रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम”ने फरमाया,
तीन आदमी की अल्लाह तआला ने जमानत ले रखी है, अगर वह जिन्दा रहें तो बकद्रे जरूरत रोज़ी मिलती है और अगर वफ़ात पा जायें तो अल्लाह तआला जन्नत में दाखिल फरमाता है ! (एक वह) जो घर में दाखिल होते वक़्त सलाम करे तो अल्लाह ताला उसका ज़ामिन है ! (दूसरा वह) जो मस्जिद गया, अल्लाह तआला उसका ज़ामिन है !(तीसरा वह) राहे खुदा में निकलने वाले का अल्लाह तआला ज़ामिन है !
*📚(सही इब्ने हिब्बान, सफ़ा ५००, अन अबी उमामा रजियल्लाहु अन्हु)*
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*🇮🇳सिराते मुस्तक़ीम*
_द-इस्लामिक ग्रुप_
*_तिब्बे नब्वी से इलाज_*
*🦂बिच्छू के ज़हर का इलाज🩺*
👑हजरत अली रजियल्लाहु अन्हु फर्माते हैं, एक रात रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम नमाज पढ़ रहे थे, के नमाज़ के दौरान एक बिच्छु ने आपको डंक मार दिया ! रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम ने उसको मार डाला। जब नमाज से फारिग हुए तो
फरमाया: अल्लाह बिच्छू पर लानत करे, यह न नमाजी को छोड़ता है और न गैरे नमाजी को ! फिर पानी और नमक मंगवा कर एक बर्तन में डाला और जिस उंगली पर बिच्छू ने डंक मारा था, उस पर पानी डालते और मलते रहे और “सुर-ए-फलक” व “सुर-ए-नास” पढ़ कर उस जगह पर दम करते रहे !
*📚[बैहकी फी शोअबिल ईमान : २४७१]*
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*"नबी सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम की नसीहत"*
📜रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम ने फर्माया::- तवाजो इख़्तेयार करो, कोई शख्स दूसरे के सामने फ़ख़्र न करे और न एक दूसरे पर जियादती करे !
*📚[मुस्लिम शरीफ, सफ़ा ७२१०, अन अयाज]*
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*🇮🇳सिराते मुस्तक़ीम*
_द-इस्लामिक ग्रुप_
*💡एक अहेम अमल की फ़ज़ीलत*
*लोगों से अपनी ज़रूरत छुपाए रखना*
💰👥💰👥💰👥💰👥💰
*🌸रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम* ने फ़र्माया::- "जो शख्स भूका हो, या उस को कोई और ख़ास हाजत हो और वह अपनी उस भूक और हाजत को लोगों से छुपाए रखे(यानी उनके सामने ज़ाहिर कर के उन से सवाल न करे) तो अल्लाह तआला के ज़िम्मे है के उस को हलाल तरीके से एक साल का रिज़्क़ अता फ़रमाये !"
*📚(शोअबुल ईमान, बैहक़ी, ९६९८ अन इब्ने अब्बास रजियल्लाहु अन्हु)*
_____________________
*🇮🇳सिराते मुस्तक़ीम*
_द-इस्लामिक ग्रुप_
*💡एक अहम अमल की फ़ज़ीलत*
*🕋“मुंह और पीठ न करना”*
*📃रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु तआला अलेही वसल्लम* ने फरमाया: "जो शख्स पाखाना पेशाब करते वक्त किब्ले की तरफ रुख नहीं करता और न पीठ करता है, उस के लिये एक नेकी लिख दी जाती है और एक गुनाह मिटा दिया जाता है !
*📚[तबरानी औसत, १३७५ अन अबी हुरैरह रज़ीयल्लाहु]*
_*➡नोट::-* बाज़ लोग क्या करतें हैं की जब खुले में या सफ़र के दोरान इस्तीन्जा(पेशाब) पाखाना की बारी आती है तो सिम्त(दिशा) का ख़याल नही करते और बस यूँ ही किधर भी फ़ारिग हो जाते ! मैनें तो ख़ुद ब नफ्से नफीस देखा है की कई हॉटलों और इस्तीन्जा खानों की सिम्त पूरब पच्चिम रहती, तो जब फ़ारीग होने जाएं तो इस बात का ख़याल रखें की काबे शरीफ की जानीब आपका न पीठ हो न रुख़ !_
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*💡एक अहेम अमल की फ़ज़ीलत*
*लोगों से अपनी ज़रूरत छुपाए रखना*
💰👥💰👥💰👥💰👥💰
*🌸रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम* ने फ़र्माया::- "जो शख्स भूका हो, या उस को कोई और ख़ास हाजत हो और वह अपनी उस भूक और हाजत को लोगों से छुपाए रखे(यानी उनके सामने ज़ाहिर कर के उन से सवाल न करे) तो अल्लाह तआला के ज़िम्मे है के उस को हलाल तरीके से एक साल का रिज़्क़ अता फ़रमाये !"
*📚(शोअबुल ईमान, बैहक़ी, ९६९८ अन इब्ने अब्बास रजियल्लाहु अन्हु)*
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*🇮🇳सिराते मुस्तक़ीम*
_द-इस्लामिक ग्रुप_
*💡एक अहम अमल की फ़ज़ीलत*
*🕋“मुंह और पीठ न करना”*
*📃रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु तआला अलेही वसल्लम* ने फरमाया: "जो शख्स पाखाना पेशाब करते वक्त किब्ले की तरफ रुख नहीं करता और न पीठ करता है, उस के लिये एक नेकी लिख दी जाती है और एक गुनाह मिटा दिया जाता है !
*📚[तबरानी औसत, १३७५ अन अबी हुरैरह रज़ीयल्लाहु]*
_*➡नोट::-* बाज़ लोग क्या करतें हैं की जब खुले में या सफ़र के दोरान इस्तीन्जा(पेशाब) पाखाना की बारी आती है तो सिम्त(दिशा) का ख़याल नही करते और बस यूँ ही किधर भी फ़ारिग हो जाते ! मैनें तो ख़ुद ब नफ्से नफीस देखा है की कई हॉटलों और इस्तीन्जा खानों की सिम्त पूरब पच्चिम रहती, तो जब फ़ारीग होने जाएं तो इस बात का ख़याल रखें की काबे शरीफ की जानीब आपका न पीठ हो न रुख़ !_
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*🇮🇳सिराते मुस्तक़ीम*
_द-इस्लामिक ग्रुप_
*तिब्बे नब्वी से इलाज*
_*🍯शहद से पेट के दर्द का इलाज🩺*_
🌸एक शख्स रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम के पास आया और अर्ज किया: ऐ अल्लाह के रसूल! मेरे भाई के पेट में तकलीफ है ! रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम ने फ़रमाया: शहद पिलाओ ! वह शख्स गया और शहद पिलाया !
⁉वापस आकर फिर वही शिकायत की, तो आपने फिर शहेद पिलाने का हुक्म फ़रमाया, वह शख्स तीसरी मरतबा वही शिकायत ले कर आया, तो फिर रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम ने शहद पिलाने को कहा, वह फिर आया और अर्ज़ किया के इतनी बार शहद पिलाने के बावजूद आराम नहीं हुआ, बल्के तकलीफ बढ़ती जा रही है ?
🌟तो हुजूर सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम ने फ़रमाया की कुरान में अल्लाह ने सच कहा है(के शहद में शिफा है) और तेरे भाई का
पेट झूटा है, चुनान्चे वह शख्स फिर वापस गया और शहद पिलाया, तो उसका भाई अच्छा हो गया !
*📚[बुखारी:५६८४, अन अबी सईद रज़ीयल्लाहु अन्हु]*
_____________________
*🇮🇳सिराते मुस्तक़ीम*
_द-इस्लामिक ग्रुप_
*तिब्बे नब्वी से इलाज*
_*🍯शहद से पेट के दर्द का इलाज🩺*_
🌸एक शख्स रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम के पास आया और अर्ज किया: ऐ अल्लाह के रसूल! मेरे भाई के पेट में तकलीफ है ! रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम ने फ़रमाया: शहद पिलाओ ! वह शख्स गया और शहद पिलाया !
⁉वापस आकर फिर वही शिकायत की, तो आपने फिर शहेद पिलाने का हुक्म फ़रमाया, वह शख्स तीसरी मरतबा वही शिकायत ले कर आया, तो फिर रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम ने शहद पिलाने को कहा, वह फिर आया और अर्ज़ किया के इतनी बार शहद पिलाने के बावजूद आराम नहीं हुआ, बल्के तकलीफ बढ़ती जा रही है ?
🌟तो हुजूर सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम ने फ़रमाया की कुरान में अल्लाह ने सच कहा है(के शहद में शिफा है) और तेरे भाई का
पेट झूटा है, चुनान्चे वह शख्स फिर वापस गया और शहद पिलाया, तो उसका भाई अच्छा हो गया !
*📚[बुखारी:५६८४, अन अबी सईद रज़ीयल्लाहु अन्हु]*
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*🇮🇳सिराते मुस्तक़ीम*
_द-इस्लामिक ग्रुप_
*💡एक अहम अमल की फ़ज़ीलत*
_*💖नर्म मिज़ाजी इख्तियार करना💖*_
*👑रसूलुल्लाह सल्लल्लाहो अलेही वसल्लम* ने फ़र्माया:- "क्या मैं तुम को ऐसे शख्स की ख़बर न दूं जो दोज़ख के लिये हराम है, और दोज़ख की आग उस पर हराम है ? (दोजख की आग हराम है) हर ऐसे शख्स पर जो तेज़ मिज़ाज न हो, बल्के नर्म हो, लोगों से क़रीब होने वाला हो, नर्म खू हो !
*📚[तिर्मिजी शरीफ, सफ़ा २४८८, अन अब्दुल्लाह बिन मसऊद रजियल्लाहो अन्हु]*
*💡एक अहम अमल की फ़ज़ीलत*
_*💖नर्म मिज़ाजी इख्तियार करना💖*_
*👑रसूलुल्लाह सल्लल्लाहो अलेही वसल्लम* ने फ़र्माया:- "क्या मैं तुम को ऐसे शख्स की ख़बर न दूं जो दोज़ख के लिये हराम है, और दोज़ख की आग उस पर हराम है ? (दोजख की आग हराम है) हर ऐसे शख्स पर जो तेज़ मिज़ाज न हो, बल्के नर्म हो, लोगों से क़रीब होने वाला हो, नर्म खू हो !
*📚[तिर्मिजी शरीफ, सफ़ा २४८८, अन अब्दुल्लाह बिन मसऊद रजियल्लाहो अन्हु]*
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